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Sunday, April 8, 2012

tabla ...झपताल

                                                      झपताल 

इसमें दस मात्राएँ होतीं हैं ।२-३-२-३ मात्र के चार विभाग होते  हैं ।इसके बोल हैं ....
धी  ना ।धी  धी   ना ।ती  ना ।धी  धी  ना .
X          2                 0         3

1,3,8 पर ताली   और  छटवीं मात्र खाली ।

संगीत क्रियात्मक शास्त्र है इसलिए ये बहुत सुंदर झपताल पर कुछ ऐसी सामग्री मिली ,सोचा आपको बताऊँ ।झपताल क्या है कुछ तो समझ आइयेगा ही ।



15 comments:

  1. लय ताल का सघन आनन्द।

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    1. श्रद्धा से नतमस्तक होता है मन ....इनका आपसी ताल मेल देखिये ....चेहरे का शांत सौम्य भाव देखिये ,कितने ईश्वरीय हैं ....इनकी आत्मा ईश्वर के कितनी करीब लगती है ....प्रभु नमन इस आनंद के लिए ....!!

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  2. सार्थक पोस्ट, सादर.

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    1. प्रभु नमन इस आनंद के लिए ...

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  3. वाह ! आनंद आ गया इतने बड़े दिग्गजों को सुनकर, आभार !

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    1. सच में अनीता जी ...मन निर्मल सा हो जाता है ...!!ऐसा लगता है ...ईश्वर के समीप हैं हम ...!!
      प्रभु नमन इस आनंद के लिए .....!!

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  4. आपके साथ-साथ संगीत की अच्छी जानकारी मिल रही है।

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  5. आज विडियो सुना-देखा। अहा! स्वार्गिक आनंद पाकर मन तृप्त हुआ।

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    1. सच में मनोज जी ...ये आनंद की पराकाष्ठा ही है .....!!
      प्रभु नमन इस आनंद के लिए ...!!

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  6. बहुत सुन्दर बहुत अच्छा लगा सुनकर आपका बहुत २ शुक्रिया |

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    1. बहुत आभार मीनाक्षी जी ...
      प्रभु नमन इस आनंद के लिए ....!!

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  7. शास्त्रीय संगीत सुनते सुनते ईश्वरीय चेतना के करीब पहुंचा देता है !
    बहुत सुंदर .........

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    1. जी बिलकुल ठीक कहा आपने ....!!
      प्रभु नमन इस आनंद के लिए ...!!

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  8. बहुत बहुत सुन्दर,
    हुत अच्छा लगा सुनकर**** बधाई

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