सगीत और कविता एक ही नदी की दो धाराएँ हैं ...इनका स्रोत एक ही है किन्तु प्रवाह भिन्न हो जाते हैं ...इसी बात को ध्यान में रखते हुए मैंने ये नया ब्लॉग शुरू किया है ताकि दोनों को अपना समय दे सकूं ...!!आशा है आपका सहयोग मिलेगा.......!!
नमस्कार आपका स्वागत है
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Friday, April 25, 2014
संतूर पर राग अहिरभैरव ....!!
क्षमा कीजिएगा बहुत समय बाद पोस्ट डाल रही हूँ !
राग अहिरभैरव पर बहुत सुंदर कोम्पोज़ीशन सुनिए ,और साथ ही पंडित शिवकुमार शर्मा जी व संतूर के विषय मे कुछ जानकारी भी ....
बहुत दिनों बाद ही सही एक मधुर प्रस्तुति सुनकर मन खुश होगया । धन्यवाद
ReplyDeleteहृदय से आभार शिवम राग अहीर भैरव ब्लॉग बुलेटिन पर सभी को सुनाने के लिए ....!!
ReplyDeleteअहा....थैंक्स दीदी !
ReplyDeleteमन खुश हो गया ! शिवकुमार शर्मा का फैन हूँ मैं!