नमस्कार आपका स्वागत है

नमस्कार  आपका स्वागत है
नमस्कार आपका स्वागत है

Tuesday, August 26, 2014

राग भूपाली ......!!















आज राग भूपली की कुछ नायाब बन्दिशें हैं .....!!यह कल्याण ठाट का राग है !गायन समय रात्रि का प्रथम प्रहर है |   जाती औडव है क्योंकि आरोह-अवरोह में सिर्फ पाँच स्वरों का प्रयोग है |सोच रही हूँ भूपाली  की बहुत सारी बन्दिशें सुना कर थोड़ा राग से आपको अवगत कराऊँ ....!!

आरोह: सा रे ग प ध सां

अवरोह:  सां  ध प ग रे सा ॰    








    




Tuesday, August 19, 2014

सखी साजन अबहूँ न आए ....!!




हृदय मे माँ की याद लिए ,आज इस मंदिर में अपने स्वरों का दीप प्रज्ज्वलित कर रही हूँ !!शांत ...नीरव ....एकांत है वातावरण ..........

With special thanks to my friend Debjeet De Sarkar and his lovely daughter Sheuli ......
आप सब की फरमाइश पर .....'Colours of music' से Ashish Raiआशीष भाई का लिखा दीपक शर्मा जी द्वारा संगीत बद्ध किया गया ये गीत .....''सखी साजन अबहूँ न आए .....