पीत कमल .. |
ठाट :कल्याण
जाती :सम्पूर्ण
समय :रात्री का प्रथम प्रहर
वादी :ग(गंधार)
संवादी:नि (निषाद)
आरोह: नि रे ग म प धनि सां
अवरोह: सां नि ध प म ग रे सा
सरगम गीत का अन्तरा दे रही हूँ .....कोशिश करूंगी इसे पोडकास्ट भी कर सकूँ ...किन्तु उसके लिए थोडा और वक़्त लगेगा ...
अन्तरा.....
म ग म प सां $ सां $ सां रें गं रें सां नि ध प
गं रें सां नि ध प नि ध प म ग रे ग रे सा $
नि रे ग म प ध नि सां रें नि ध प म प ग म
कृपया पढ़ते रहें ...और अभ्यास जारी रखें.......
बढ़िया.... सरगम नोट कर लिया है... अब अभ्यास की बारी है...
ReplyDeleteसादर आभार...
अच्छा लगता है जब भी इस ब्लॉग पर आता हूँ।
ReplyDeleteअगली पोस्ट का इंतज़ार है।
सादर
Vande matram ki sargam
ReplyDeletesa re ma pa ma pa ma pa ni sa
sa re ni dh pa
pa dh ma ga re
प्रणाम। संगीत में गहरी रूचि है। अफ़सोस हुआ कि इस ब्लॉग पर पहले क्यों नहीं आया।
ReplyDeletenice
ReplyDeleteउत्तम
ReplyDeletegood morning
ReplyDelete।।प्रणाम।।
ReplyDeleteVery nice rag
ReplyDeleteअभ्यास करूंगा
ReplyDeleteYaman me aarohi kram me pancham keise aaya.....pancham to avrohi kram me liya jata hai.....
ReplyDelete