झपताल
इसमें दस मात्राएँ होतीं हैं ।२-३-२-३ मात्र के चार विभाग होते हैं ।इसके बोल हैं ....
धी ना ।धी धी ना ।ती ना ।धी धी ना .
X 2 0 3
1,3,8 पर ताली और छटवीं मात्र खाली ।
संगीत क्रियात्मक शास्त्र है इसलिए ये बहुत सुंदर झपताल पर कुछ ऐसी सामग्री मिली ,सोचा आपको बताऊँ ।झपताल क्या है कुछ तो समझ आइयेगा ही ।
इसमें दस मात्राएँ होतीं हैं ।२-३-२-३ मात्र के चार विभाग होते हैं ।इसके बोल हैं ....
धी ना ।धी धी ना ।ती ना ।धी धी ना .
X 2 0 3
1,3,8 पर ताली और छटवीं मात्र खाली ।
संगीत क्रियात्मक शास्त्र है इसलिए ये बहुत सुंदर झपताल पर कुछ ऐसी सामग्री मिली ,सोचा आपको बताऊँ ।झपताल क्या है कुछ तो समझ आइयेगा ही ।
लय ताल का सघन आनन्द।
ReplyDeleteश्रद्धा से नतमस्तक होता है मन ....इनका आपसी ताल मेल देखिये ....चेहरे का शांत सौम्य भाव देखिये ,कितने ईश्वरीय हैं ....इनकी आत्मा ईश्वर के कितनी करीब लगती है ....प्रभु नमन इस आनंद के लिए ....!!
Deleteसार्थक पोस्ट, सादर.
ReplyDeleteप्रभु नमन इस आनंद के लिए ...
Deleteवाह ! आनंद आ गया इतने बड़े दिग्गजों को सुनकर, आभार !
ReplyDeleteसच में अनीता जी ...मन निर्मल सा हो जाता है ...!!ऐसा लगता है ...ईश्वर के समीप हैं हम ...!!
Deleteप्रभु नमन इस आनंद के लिए .....!!
आपके साथ-साथ संगीत की अच्छी जानकारी मिल रही है।
ReplyDeleteआभार .
Deleteआज विडियो सुना-देखा। अहा! स्वार्गिक आनंद पाकर मन तृप्त हुआ।
ReplyDeleteसच में मनोज जी ...ये आनंद की पराकाष्ठा ही है .....!!
Deleteप्रभु नमन इस आनंद के लिए ...!!
बहुत सुन्दर बहुत अच्छा लगा सुनकर आपका बहुत २ शुक्रिया |
ReplyDeleteबहुत आभार मीनाक्षी जी ...
Deleteप्रभु नमन इस आनंद के लिए ....!!
शास्त्रीय संगीत सुनते सुनते ईश्वरीय चेतना के करीब पहुंचा देता है !
ReplyDeleteबहुत सुंदर .........
जी बिलकुल ठीक कहा आपने ....!!
Deleteप्रभु नमन इस आनंद के लिए ...!!
बहुत बहुत सुन्दर,
ReplyDeleteहुत अच्छा लगा सुनकर**** बधाई