भिन्न कंठ ध्वनिर्धीरै: काकुरित्यभिदीयते |
ब्रह्मकमल .. |
ध्वनि में मनोभावों को व्यक्त करने की विचित्र शक्ति है |शोक,भय,प्रसन्नता,प्रेम आदि भावों को व्यक्त करने के लिए जब ध्वनि या आवाज़ में भिन्नता आती है ,तब उसे काकु कहते हैं |'काकु 'का प्रयोग मनुष्य तो करते ही हैं ,पशुओं में भी 'काकु ' का प्रयोग भली-भाँती पाया जाता है |उदाहरणार्थ ,एक कुत्ता जब किसी चोर के ऊपर भौंकता है ,उसकी ध्वनि में भयंकरता होती है ;वही कुत्ता जब अपने मालिक के साथ घूमने की व्यग्रता प्रकट करता है तो उसकी ध्वनि या काकु बदल जाती है |
पशुओं की अपेक्षा मानव जाती में काकु का प्रयोग विशेष रूप से पाया जाता है |एक शब्द है-जाओ |इस शब्द को काकु के विभिन्न प्रयोगों से देखिये ....मालिक नौकर से कहता है जाओ ...आज्ञा भाव,
माँ अपने बच्चे को मना कर स्कूल भेजती है ...थोड़ा लाड़,प्यार या मानाने का भाव |इस प्रकार कई जगह काकु का प्रयोग होता है |इसी प्रकार गायन में भी काकु का प्रयोग होता है |काकु के सुघड़ प्रयोग से भाव प्रबल गायकी होती है |संगीत को करत की विद्या कहा जाता है |अर्थात कुछ बातें एक गुरु ही अपने शिष्यों को सिखा पाते हैं |...!स्वरों को किस प्रकार लेना कि भाव स्पष्ट हों ...ये संगीत में बहुत ज़रूरी है |कभी कभी एक ही गीत दो भिन्न लोगों से सुनने पर प्रभाव अलग होता है ।यही काकु का प्रभाव है ।
नाटक में भी काकू का भरपूर इस्तेमाल किया जाता है ...!तो इस प्रकार काकु के अंदर एक विचित्र शक्ति है ,जिसके द्वारा भावों की अभिव्यंजना में स्निग्धता,माधुर्य तथा रस की सृष्टि होती है |संगीत के लिए तो काकु का प्रयोग बहुत ही महत्व रखता है |
एक शब्द की हर भाव में अलग अभिव्यक्ति।
ReplyDeleteशब्द को स्वर हम कैसे दें ताकि मन आन्दोलित हो सके ....और जुड़ जाये उस संगीत की धारा में जो धारा प्रभु तक जाती ही है ...ये मेरा अखंड विश्वास है ....!
Deleteआभार प्रवीन जी .
मुझे जो समझ आया वो ये है कि काकू voice modulation की तरह कुछ है...
ReplyDeleteया मैं गलत हूँ?
:-)
समझ आएगा धीरेधीरे...
सादर.
बिलकुल सही अनु .....ये voice modulation ही है |बहुत आभार .
Deleteअपने अंदर के काकु को बाहर निकालने का प्रयत्न शुरू है।
ReplyDeleteवही तो सबसे सार्थक और सारगर्भित प्रयास है मनोज जी |आपका वही प्रयास आपको एक आत्मिक संतुष्टि देता है ...और बहुत लोगों के लिए प्रेरणा बन जाता है |
Deleteआभार
बहुत सुन्दर, बधाई.
Deleteआभार शुक्ल जी ...!!
Deletekaku k kitne prakar hote hai ?
DeleteSears of Ka ku
ReplyDeleteबहुत सुंदर मैम काकू के भेद भी बता दिजिए मैम
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