हार्मनी : दो या दो से अधिक स्वरों को एक साथ बजने से उत्पन्न मधुर भाव को हार्मनी या स्वर संवाद कहते हैं ।उदाहरण के लिए सा,ग,प या ...म ध सां स्वरों को एक साथ बजने से हार्मनी की रचना होगी।पाश्चात्य संगीत हार्मनी पर ही आधारित है ।
मेलोडी : स्वरों के क्रमिक उच्चारण या वादन को मेलोडी कहा गया है ।जैसे सा,ग,प आदि एक दुसरे के बाद गाये बजाये जाएँ तो मेलोडी किन्तु यदि इन्हें एक साथ बजाय जाये तो सम्मिलित स्वर हार्मनी कहलायेंगे ।हमारी हिन्दुस्तानी संगीत मेलोडी प्रधान है क्योंकि क्रमिक स्वर उच्चारण इसकी विशेषता है ।
मेलोडी : स्वरों के क्रमिक उच्चारण या वादन को मेलोडी कहा गया है ।जैसे सा,ग,प आदि एक दुसरे के बाद गाये बजाये जाएँ तो मेलोडी किन्तु यदि इन्हें एक साथ बजाय जाये तो सम्मिलित स्वर हार्मनी कहलायेंगे ।हमारी हिन्दुस्तानी संगीत मेलोडी प्रधान है क्योंकि क्रमिक स्वर उच्चारण इसकी विशेषता है ।
- मेलोडी व्यक्ति की आतंरिक भावनाओं को और हार्मनी बाह्य वातावरण को व्यक्त करने में सफल होती है ।
- व्यक्तिगत भावों के लिए मेलोडी और सामूहिक भाव प्रदर्शन के लिए हार्मनी उपयुक्त है ।जैसे -एक व्यक्ति जब अपनी माँ से विदा मांग रहा है तो उसके मनोभावों को व्यक्त करने के लिए मेलोडी उपयुक्त होगी ।किन्तु एक सुंदर दृश्य जैसे -नदी का किनारा ,पक्षियों का कलरव ,डूबता सूर्य,दूर से आती हुई संगीत-ध्वनी आदि को व्यक्त करने में हार्मनी उपयुक्त होगी ।
इसी बहाने संगीत शिक्षा मिल रही है, अब औपचारिक ढंग से सीखना है, संभवतः सीख जाऊँगा..
ReplyDeleteप्रवीन जी ...जान कर बहुत ख़ुशी हुई आप संगीत सीखने का मन बना रहे हैं ..!!आपकी आवाज़ में सुर हैं आप जल्दी ही सीख जायेंगे ...!!
Deleteएक अमेरिकन रेडियो स्टेशन पर भारतीय संगीत की बात चलने पर इस अंतर के बारे में पहली बार सुना था लेकिन बात अब स्पष्ट हुई, आभार!
ReplyDeleteआलेख आप समझ सके ..अच्छा लगा जान कर |
Deleteवाह बहुत सुन्दर जानकारी दी है आपने ,इससे मीठा कुछ नहीं ,आपकी आभारी हूँ
ReplyDeleteशुक्रिया ज्योति जी ...
Deleteइस बार की कलास में इस सूक्ष्म अंतर को समझ पाया।
ReplyDeleteसंगीत रचने में और उपशास्त्रीय गायन में भी ये अंतर बहुत काम आता है ...बल्कि दोनों का प्रयोग किया जाता है ...!!
Deleteकितना अच्छा लिखतीं हैं आप आपकी लेखनी को बधाई सदा इसी तरह सार्थकता बयाँ करती रहे, .होली की शुभकामनाएं....|
ReplyDeleteबहुत आभार .
Deleteआभार .
ReplyDeleteइस तरह की जानकारी आम जनता तक पहुँचाने का आपका ये प्रयास अच्छा लगा।
ReplyDeleteबहुत आभार ...!!
DeleteHi I am suraj now I am diploma student.
ReplyDeleteBut I am also a hindi poem writer...
But I want to be a songwriter....
How can I change to my poem in a song...
Please help me....
Thank you very much
ReplyDeleteMam jesa book me pada Vesa hi paya exam k liye mobile se b Tyri karta hu.. Jese Traveling k time to... Bhot help milti hai... Bhot Bhot Dhanyvad
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