१-तत वाद्य
२-सुषिर वाद्य
३-अवनद्य वाद्य
४-घन वाद्य
तत या तंतु वाद्य :इस श्रेणी में वाद्यों में तारों द्वारा स्वरों की उत्पत्ति होती है ।इनके भी दो प्रकार हैं :
- तत वाद्य
- वितत वाद्य
वितत वाद्य :इसमें गज की सहायता से बजने वाले वाद्य आते हैं ।जैसे इसराज,सारंगी,वायलिन इत्यादि।
सुषिर वाद्य :इसमें फूंक या हवा से बजने वाले वाद्य आते हैं।जैसे बांसुरी,हारमोनियम ,क्लारिनेट ,शहनाई,बीन,शंख इत्यादि।
अवनद्य वाद्य :इसमें चमड़े से मढ़े हुए ताल वाद्य आते हैं ।जैसे -मृदंग,तबला,ढोलक,खंजरी,नागदा,डमरू आदि ।
घन वाद्य :जब वाद्यों में चोट या अघात करने से ध्वनि उत्पन्न होती है ,उसे घन वाद्य कहते हैं ।जैसे जल तरंग,मंजीरा ,झांझ इत्यादि।
बहुत बढ़िया जानकारी....
ReplyDeleteवर्गीकरण तो तकरीबन पता था मगर नाम नहीं जानते थे...सिवाय घन वाद्य के...
मेरा बेटा गिटार बजता है...उसको बताया मैंने कि वो तत वाद्य है:-)
है ना???
सस्नेह
अनु
आभार अनु जी
ReplyDeleteवैसे गिटार हमारा वाद्य नहीं है ,पर फिर भी वर्गीकरण के हिसाब से तत में ही आएगा ...!!
वाद्य यंत्रों की सारगर्भित जानकारी...
ReplyDeleteसुंदर पोस्ट... सादर आभार।
आभार संजय जी ...!!
ReplyDeleteवाद्य यंत्रों के बारे में बड़ी अद्भुत जानकारी!!
ReplyDeleteबहुत आभार ...सुज्ञ जी ..!
Delete१. इस ब्लॉग पर आकर एक आध्यात्मिक वातावरण को पाता हूं। मन को असीम शांति मिलती है।
ReplyDelete२. चित्र आपने कमाल का लगाया है।
३. वाद्यों के वर्गीकरण को पढ़कर बहुत-सी जानकारियां मिलीं।
बहुत बहुत आभार मनोज जी ...!!
ReplyDeleteइस ब्लॉग पर सोच रखा है कमल से सम्बंधित चित्र ही लगाऊंगी |ढूंढ-ढूंढ कर वही लगाती हूँ |
बहुत शुभ कार्य का बीड़ा उठाया है आपने....ईश्वर आपको असीम सफलता प्रदान करे...एक शुभेच्छु....
ReplyDeleteबहुत बहुत आभार ...राजीव जी !
Deleteसंगीत परिचायिका
ReplyDeleteकोशिश यही रहती है ...!!बहुत बहुत आभार ...!!
Deleteबहुमूल्य जानकारी अद्भुत .
ReplyDeleteसुन्दर अनमोल
Piano kon sa vady ha?...
ReplyDeleteHearty 💓 thanks for this amazing answer.
ReplyDeleteबहुमूल्य जानकारी हेतु आभार
ReplyDeleteगज को और किन नामो से जनते है??
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